किसी भी प्रकार की समस्या के इलाज में होम्योपैथिक उपचार (Homeopathic Treatment) काफी असरदार साबित होता है. इसकी वजह है कि होम्योपैथी में किसी भी शारीरिक समस्या का इलाज जड़ से किया जाता है, ताकि वह शारीरिक समस्या या बीमारी फिर से न हो. होम्योपैथी इलाज में असर भले ही धीरे-धीरे होता है, लेकिन इसके कोई साइड इफेक्ट (Side Effect) नहीं होते हैं. हालांकि होम्योपैथी इलाज के दौरान शुरुआत में मरीज को अधिक कष्ट हो सकता है. यही कारण है कि इस दौरान होम्योपैथी डॉक्टर ज्यादा परहेज करने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं इन सावधानियों के बारे में.
दवाओं को रखें सावधानी से
होम्योपैथी दवाओं को छोटी-छोटी सफेद व मीठी गोलियों में मिलाकर दिया जाता और हालांकि यह तरल रूप में भी मिलती है, जिनको बड़ी सावधानी से रखने की जरूरत होती है. इसके रख-रखाव के लिए हमेशा ध्यान रखें कि यह दवाएं सामान्य तापमान में रखी जानी चाहिए. यानी इन दवाइयों को न ज्यादा ठंडे तापमान में रखें और न ज्यादा गर्म तापमान में रखें. इससे इन दवाओं का असर प्रभावित हो सकता है.
समय पर दवाई लेना है जरूरी
होम्योपैथिक दवा का प्रयोग करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि डॉक्टर ने किस तरह के नियमों का पालन करने के लिए कहा है. यदि डॉक्टर के अनुसार यह दवाइयां नहीं ली गईं, तो इनका असर प्रभावित हो सकता है. होम्योपैथी में समय पर ली गई दवा बहुत असरदार होती है. इसके अतिरिक्त डॉक्टर दवा लेने के तरीके के बारे में भी जानकारी देते हैं, जैसे दवा को किस तरह खाना है या जैसे कोई तरल दवा है तो उसे किसके साथ मिलाकर खाना है. इन सभी नियमों को ध्यान में रखना जरूरी है. दवा लेने में यदि एक दिन भी चूक गए, तो इससे भी दवा का असर प्रभावित हो सकता है.
होम्योपैथिक दवा के दौरान परहेज
होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से पहले परहेज के बारे में जानना जरूरी है, वरना एक तरफ आप समय पर दवाएं लेंगे और दूसरी तरफ परहेज न करने की वजह से इन दवाओं का असर भी नहीं होगा. यह भी ध्यान रखें कि तय समय सीमा के बाद दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. होम्योपैथिक दवाओं के इस्तेमाल के दौरान धूम्रपान करने से बचना चाहिए. इसके अलावा लहसुन के इस्तेमाल से भी परहेज करने के लिए कहा जाता है.
होम्योपैथी उपचार में अन्य सावधानियां
Unpathy के अनुसार, किसी भी होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टर एक कागज की पुड़िया बनाकर देते हैं, तो उस दवा को उस कागज की पुड़िया के द्वारा ही लें. इन दवाओं को छूना मना होता है. खाना खाने के पहले या बाद में इन दवाओं को लेते समय कम से कम 20 मिनट का अंतर रखें.